फिर तो लाखों बेटियों के जीवन में उजाला हो जाये
तालिबान की दहशत में जब कोई मलाला हो जाये
जिस भी देश में जब शक्ति का जब सम्मान हुआ
वहां फिर नारी कभी दुर्गा तो कभी ज्वाला हो जाए
पैदावार जो थम जाये कभी दुनिया में बारूद की
जाने कितनी बस्तिओं को नसीब निवाला हो जाये
उनकी महफ़िलों में तो तुम जाम अक्सर टकराते हो
आओ हमारे साथ भी एक चाय का प्याला हो जाये
तालिबान की दहशत में जब कोई मलाला हो जाये
जिस भी देश में जब शक्ति का जब सम्मान हुआ
वहां फिर नारी कभी दुर्गा तो कभी ज्वाला हो जाए
पैदावार जो थम जाये कभी दुनिया में बारूद की
जाने कितनी बस्तिओं को नसीब निवाला हो जाये
उनकी महफ़िलों में तो तुम जाम अक्सर टकराते हो
आओ हमारे साथ भी एक चाय का प्याला हो जाये
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