हमनें तो निभाया जो इस जमाने का दस्तूर था
कभी अपने दिल से पूछना हमारा क्या कसूर था
मेरे बहाने किसी और को कब्र में दफना दिया
मैं जिन्दा था लोगों ने मेरा मातम मना दिया
लोग कहते थे कि वो इक पत्थर दिल इंसान है
हमने जो छुआ उसे तो वो मोम सा पिघल गया
उसकी गलतियां माफ़ कर देना मौला
वो नादां था शातिर जिसे समझा गया
बेशक खुशियों का मैं कारोबार करता हूं
पर आंसूओं का भी बड़ा सत्कार करता हूं
मैं जिंदगी से हद से ज्यादा प्यार करता हूं
पर मौत का भी दिल से इन्तजार करता हूँ
मैं अगर चीड़ है और तू देवदार है
फिर तो हमारा एक ही परिवार है
कुछ वोट धर्म के नाम पर हथियाये जायेंगे
कुछ स्वर्ण दलित के नाम पर ठगाये जायेंगे
कुछ तो नशे में टल्ली करके बहकाए जायेंगे
गाँव गाँव में कितने ही राष्ट्रवाद जगाए जायेंगे
................... जीत के लिए जब समीकरण बनाये जायेंगे
मैं यह जानता भी हूँ और हूँ अनजान भी
मेरे अंदर रहता है भगवन भी शैतान भी
कभी अपने दिल से पूछना हमारा क्या कसूर था
मेरे बहाने किसी और को कब्र में दफना दिया
मैं जिन्दा था लोगों ने मेरा मातम मना दिया
लोग कहते थे कि वो इक पत्थर दिल इंसान है
हमने जो छुआ उसे तो वो मोम सा पिघल गया
उसकी गलतियां माफ़ कर देना मौला
वो नादां था शातिर जिसे समझा गया
बेशक खुशियों का मैं कारोबार करता हूं
पर आंसूओं का भी बड़ा सत्कार करता हूं
मैं जिंदगी से हद से ज्यादा प्यार करता हूं
पर मौत का भी दिल से इन्तजार करता हूँ
मैं अगर चीड़ है और तू देवदार है
फिर तो हमारा एक ही परिवार है
कुछ वोट धर्म के नाम पर हथियाये जायेंगे
कुछ स्वर्ण दलित के नाम पर ठगाये जायेंगे
कुछ तो नशे में टल्ली करके बहकाए जायेंगे
गाँव गाँव में कितने ही राष्ट्रवाद जगाए जायेंगे
................... जीत के लिए जब समीकरण बनाये जायेंगे
मैं यह जानता भी हूँ और हूँ अनजान भी
मेरे अंदर रहता है भगवन भी शैतान भी
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