रविवार, 31 मई 2009

डिंग मंडी (सिरसा) क्षेत्र के जोधकां गांव के राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल में शिक्षकों द्वारा ब्ल्यू फिल्म देखने के मामले में स्कूल के 10 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा प्रिंसिपल ज्ञानचंद कंबोज को छोड़ कर समूचे स्टाफ को भी बदल दिया गया है।
डीईओ ने मामले की रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को भेज दी है। गत दिवस स्कूल में चार शिक्षकों को ब्ल्यू फिल्म देखते हुए गांव के लोगों ने पकड़कर एक अन्य कमरे में बंद कर पुलिस को सूचित कर दिया था। पुलिस ने मौके पर पहुंच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
पूछताछ के दौरान पुलिस को मामले में तीन अन्य शिक्षक व एक दुकानदार के भी शामिल होने का पता चला। उनके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। उधर, नाराज ग्रामीणों ने हंगामा किया और हाईवे पर जाम भी लगाया।
सिरसा की जिला शिक्षा अधिकारी आशा किरण ग्रोवर ने बताया कि ब्ल्यू फिल्म देखने के प्रकरण में शिक्षा निदेशालय के निर्देशानुसार उक्त स्कूल के 10 शिक्षकों गुरमीत, जनकराज, सुरेश गिरी, सतपाल, राजकुमार, रवैल सिंह, मूलचंद के अलावा शुक्रवार को स्कूल से गैरहाजिर रहे तीन अन्य शिक्षकों संजीव कुमार, राजपाल व चंद्रजीत को सस्पेंड कर दिया गया है।
प्रिंसिपल ज्ञानचंद कंबोज को छोड़ कर स्कूल के पूरे स्टाफ का दबादला कर दिया गया है। इसके साथ ही मामले की और गहन जांच के लिए जांच समिति भी गठित की गई है। इस समिति में उप जिला शिक्षा अधिकारी गुरदेव सिंह, बीईओ यज्ञदत्त वर्मा व राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल गुड़ियाखेड़ा के प्रिंसिपल जसपाल सिंह को शामिल किया गया है।
जांच रिपोर्ट के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। थाना डिंग के प्रभारी रामरूप ने बताया कि इस मामले में शेष आरोपियों रवैल सिंह, राजकुमार, मूलचंद व दुकानदार सतीश अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए चार शिक्षकों गुरमीत, जनकराज, सुरेश गिरी व सतपाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुखजीत सिंह की अदालत में शुक्रवार को पेश किया गया। अदालत ने उनको जमानत पर रिहा कर दिया।

कोई टिप्पणी नहीं :

एक टिप्पणी भेजें