सोमवार, 28 मार्च 2011

हर दिन पैदा हो रहा चालीस हजार लीटर दूध


दूध गंगा योजना के चलते दूध उत्पादन में मंडी जिला ने किया टॉप
हर दिन पैदा हो रहा चालीस हजार लीटर दूध
जिला में दूध उत्पादन से जुड़े हैं 12 हजार परिवार, महलाओं के हाथ कमान
सरकार की दूध गंगा योजना की कामयाबी की कहानी मंडी जिला के देहात में बखूबी पढ़ी जा सकती है। इय योजना के शुरू होने के बाद मंडी जिला में दूध उत्पादन पिछले साल के मुकाबले तीन गुणा ज्यादा हो गया है। पिछले साल जहां प्रतिदिन औसत 12 हजार लीटर दूध मंडी यूनिट में प्रक्योर किया जा रहा था। इस साल प्रतिदिन मंडी यूनिट में 40 हजार लीटर दूध का उत्पादन रोजाना हो रहा है। मंडी जिला में दूध उत्पादन मुनाफे का कारोबार बन गया है और अब तक इस कारोबार में जिला के 12 हजार परिवार प्रत्यक्ष रूप से जुड़ चुके हैं। जिला में पांच हजार महिलाएं दूध उत्पादन की जिम्मेवारी संभाल रही हैं। जिला में दूध उत्पादन में वर्तमान में 210 सहकारी संभाएं जुटी हुई हैं, जिनमें से आधे से ज्यादा समितियों की सरदारी महिलाओं के हाथ है। हिमाचल मिल्क फैडरेशन के अध्यक्ष मोहन जोशी कहते हैं कि दूध गंगा योजना के बाद मंडी में दूध उत्पादन को लेकर लोगों में खासा उत्साह है और लोग दूध उत्पादन के लिए आगे आ रहे हैं। उनका कहना है कि अब दूध उत्पादक सोसायटियों को समय पर उनके उत्पाद का भुगतान हो, इसलिए फैडरेशन ने ऑन लाइन पेमेंट की व्यवस्था की है। हिमाचल प्रदेश मिल्क फैढडरेशन कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर वैद्य का कहना है कि मिल्क फैडरेशन प्रबंधन के प्रयासों से दूध उत्पादन शिखर पर है।
उत्पादन बढ़ा तो कर्मियों की भी बल्ले- बल्ले
यह भी पहला मौका है कि मिल्क फैडरेशन के कर्मचारियों को जनवरी माह के वेतन के साथ ही महंगाई भत्ते की किस्त भी मिल गई है। महंगाई भत्ते के 10 प्रतिशत की अदायगी से मिलक फैडरेशन के कर्मचारी गदगद हैं। प्रदेश में बढ़ते दूध उतपादन के चलते ही यह संभव हो पाया है। मिल्क फैडरेशन के महासचिव उदेवेंद्र कोटवी, जिला मंडी इकाई के प्रधान मित्र देव, कांगड़ा इकाई के प्रधान वीएम कटोच, शिमला इकाई के प्रधान अमर सिंह मिल्क फैडरेशन के घाटे से उभरने और दूध उत्पादन के बढऩे का सेहरा मिल्क फैडरेशन के अध्यक्ष मोहन जोशी के सिर बांधते हैं।
किसानों और दूध उत्पादकों के लिए प्रदेश सरकार की ओर से शुरू की गई दूध गंगा योजना के सुखद प्रणाम सामने आ रहे हैं। यही कारण है कि मंडी में रिकार्उ दूध उत्पादन हो रहा है।
मोहन जोशी, अध्यक्ष मिल्क फैडरेशन
जनवरी माह के वेतन के साथ मिल्क फैडरेशन के कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की किस्त मिल गई है, जबकि प्रदेश के कई ऐसे विभाग हैं, जिनके कर्मचारियों को अभी महंगाई भत्ता नहीं मिला है।
चंद्रशेखर वैद्य, अध्यक्ष मिल्क फैड कर्मचारी संघ।

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