गुरुवार, 19 जनवरी 2012

हाईवे को चौड़ा करने की तैयारी, मंडी बस स्टैंड पड़ा भारी

निर्माण कार्य 70 फीसदी पूरा,अभी तक नहीं मिली नेशनल हाईवे से मंजूरी
हाईवे को चौड़ा करने की तैयारी, मंडी बस स्टैंड पड़ा भारी
एचआरटीसी प्रबंधन और हिमुडा की कार्यप्रणाली पर उठी अंगुलियां

एक तरह केंद्रीय भूतल एवं उच्च मांर्ग मंत्रालय नेशनल हाईवे 21 को नेरचौक से मलानी तक टू लेन करने की तैयारियों में जुटा है, वहीं दूसरी और मंडी में निर्माणाधीन बस स्टैंड उसकी राह में रोड़ा बन गया है। सरकारी एजेंसी हिमुडा की ओर से निर्मित किए जा रहे इस बस स्टैंड के निर्माण से पहले नेशनल हाईवे अथॉरिटी से मंजूरी लेना ही जरूरी नहीं समझा गया है। इस निर्माण को लेकर कड़ी आपत्तियां दर्ज करते हुए केंद्रीय भूतल एवं उच्च मांर्ग मंत्रालयके विशेष सचिव एवं महानिदेशक ने पीडब्ल्यूडी नेशनल हाईवे के शिमला स्थित मुख्य अभियंता को पत्र लिख आवश्यक कारवाई करने के निर्देश दिए हैं। पीडब्ल्यूडी के एनएच विंग के मुख्य अभियंता ने क्षेत्रीय प्रबंधक मंडी से जवाबतलब किया है, वहीं पीडब्ल्यूडी के एचएच सर्कल शाहपुर के अधीक्षण अभियंता को इस बारे में कार्रवाई कर रिपोर्ट देने को कहा है। ऐसे में जबकि बिना मंजूरी के ही बस अड्डे का 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है, इस पत्र के आने के बाद एचआरटीसी और हिुमुडा के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर अंगुलियां उठी हैं, वहीं इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों में हडक़ंप मच गया है। भास्कर के पास मौजूद पत्र में बस अड्डा निर्माण को लेकर कई गंभीर आरोप चस्पा किए गए हैं।
एनएच की आपत्तियां
1.एनएच ने बस अड्डा प्राधिकरण के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, जिसके अनुसार नेशनल हाईवे के उस लेंटर डाल कर दो मंजिला कमर्शियल कांम्लेक्स का निर्माण करना था।
2. हाईवे के लिए बस अड्डे के प्रवेश द्वार और निकासी के लिए कोई मंजूरी नहीं ली गई है।
3. नक्शे में दिखाए गए प्रवेश और निकासी द्वार यायतायात सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है, इनके पास कम से कम चार गाडिय़ों के एक साथ निकलने का स्थान होना चाहिए ।
4. बस अड्डे को हाईवे से जोडऩे का काम पीडब्ल्यूडी के एनएच विंग से ही करवाया जाए।
5. नेशनल हाईवे 18 मीटर चौड़ा होना चाहिए, जबकि बस अड्डे के प्रवेश द्वार के सथान दस मीटर जगह छोड़ी गई है।
6. बस अड्डे के ऊपर भवने वाले कमर्शियल भवनों और शॉपस के नक्श उपलब्ध करवाने के आदेश दिए हैं।
7. बस स्टैंड को लेकर तमाम दस्तावेज मसलन लाईंसेस डीड, विभागों के अनापत्ति प्रमराण पत्र, इंस्पेक्शन रिपोर्ट मांगे गए है।
13 करोड़ से 23 बसों की होगी पार्किंग
हिमुडा के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मंडी बस स्टैंड 10378.86 वर्गमीटर (12.86 बीघा) भूमि पर किया जाएगा। इस पर 13,19,74000 रूपए खर्च किए जाएंगे। यहां 18 बसों की पार्किंग और 50 दुकानों का प्रावधान है और इसके अलावा बस स्टैंड पर 12 कमर्शियल एरिया बनाए जाएंगे। टैक्सी पार्किंग की भी व्यवस्था यहां की गई है। बस स्टैंड की हर मंजिल पर पब्लिक टॉयलेट होगा। बस स्टैंड पर रेस्ट रूम, गेस्ट रूम, क्लॉक रूम, इंक्वायरी, रेवले व बस यातायात के लिए रेजर्वेशन विंडो, प्राइवेट गाडिय़ों के लिए पार्किंग,स्नैक बार एंड रेस्टोरेंट, पोस्ट ऑफिस, बैंक एटीएम, एचआरटीसी स्टाफ रूम आदि सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।

पीडब्ल्यूडी के एनएच विंग की टीम जल्द निर्माणाधीन बस अड्डे की साईट का इंस्पेक्शन करने जा रही है। उसके बाद ही इस निर्माण को लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

एससी धीमान, अधिक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी सर्कल शाहपुर ।
पीडब्ल्यूडी के नेशनल हाईवे विंग की ओर से उठाई गई आपत्तियों के बारे में विभाग के आला अधिकारियों को सूचित कर दिया है।
हरबंश, क्षेत्रीय प्रबंधक एचआरटीसी मंडी ।

बस स्टैंड के निर्माण को लेकर बरती जा रही अनियमितताओं के बारे में मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से शिकायत की गई थी। बस स्टेंड के निर्माएा को लेकर किए गए विस्फोटकों को लेकर भी विवाद बना हुआ है।
लवण ठाकुर, जिन्होंने बस स्टैंड की अनियमितताओं को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत की है।

मैंने इस मामले को विधानसभा में भी उठाया था और मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया था कि बस स्टैंड के निर्माण में कोई अनियमितता नहीं बरती जाएगी। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को भीइ इस बारे में आदेश दिए थे।
अनिल शर्मा, कांग्रेस विधायक सदर।
नेशनल हाईवे की ओर से लगाई गई आपत्तियों के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। इस बारे में अधिक्षण अभियंता की कुछ बताने को अधिकृत हैं।
विपिन कौल,अधिशाषी अभियंता, हिमुडा मंडी।

कोई टिप्पणी नहीं :

एक टिप्पणी भेजें